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बोरिस जॉनसन मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे
पिछले 55 साल में यह पहला मौका होगा, जब भारत का गणतंत्र दिवस बिना मुख्य अतिथि के मनाया जायेगा. जान लें कि पूर्व में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपना भारत दौरा रद्द कर दिया है.. इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर बोरिस जॉनसन मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे. बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन में कोरोना के नये स्ट्रेन के चलते भारत दौरा रद्द किया. बोरिस ने अपने फैसले पर खेद भी जताते हुए प्रधानमंत्री मोदी से बात कर भारत नहीं आ पाने के लिए खेद व्यक्त किय था.. पीएम से बात करते हुए जॉनसन ने कहा कि जिस गति से ब्रिटेन में नया कोरोना वायरस फैल रहा है, उनके लिए ब्रिटेन में रहना महत्वपूर्ण है. बोरिस के इस फैसले के बाद लगभग तय था कि इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में किसी भी मुख्य अतिथि को नहीं बुलाया जायेगा. इसे भी पढ़ें : किसान">https://lagatar.in/no-compromise-on-farmer-interest-bhupinder-singh-mann-withdraws-name-from-supreme-court-panel-2/17809/">किसानहित से समझौता नहीं: भूपिंदर सिंह मान सुप्रीम कोर्ट के बनाये पैनल से हटे
यह चौथा ऐसा मौका होगा जब कोई भी चीफ गेस्ट नहीं होगा
बता दें कि यह चौथा ऐसा मौका होगा जब भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में कोई भी चीफ गेस्ट नहीं होगा. इससे पूर्व 1952, 1953 और 1966 में ऐसा हो चुका है. इसके अलावा कई बार ऐसे मौके भी आये जब देश के गणतंत्र दिवस समारोह में दो-दो अतिथि भी शामिल हुए. साल 1956, 1968 और 1974 में दो-दो मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. 2018 में 10 एशियाई देशों के प्रमुख गेस्ट के रूप में भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए थे. यह पहला मौका था जब इतने देशों के मुखिया 26 जनवरी के परेड में शामिल हुए थे. इसे भी पढ़ें : किसान">https://lagatar.in/resignation-of-dushyant-dave-chairman-of-supreme-court-bar-association-who-is-advocating-kisan-andolan-case/17862/">किसानआंदोलन केस की पैरवी कर रहे सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन केअध्यक्ष दुष्यंत दवे का पद से इस्तीफा